मुग़ल काल का ज़िक्र होते ही इतिहास के दबे हुए वो पन्ने सामने आ जाते है जो हमारे दिमाक का संतुलन बिगाड़ के रख देते है
मुग़लित हुकूमत के वो बादशाह जो किसी भी देखी स्त्री को नही छोड़ते थे यहाँ तक की अपनी औलाद को भी हवस का शिकार बना लेते थे
मुग़लों
के आने के बाद ही तो भारत में प्रदा प्रथा का प्रचलन शुरू हुआ था क्योंकि
मुग़ल भारतीय खुबसुरत महिलाओं और बच्चियों को देखते ही उठाकर अपने साथ ले
जाते थे और अपने हवस की पुर्ति करते थे
कुछ
ग़लतियाँ भारतीय शासकों की भी जिनमें महान राजा भारमल जैसो ने भी अपनी
बेटियों का विवाह इन बादशाहों के साथ करते थे ये जानते हुए भी की उनकी
बहुसंख्यक बीबियाँ है ख़ैर ये शासक भी बहुत सारी बीबियाँ रखते थे
मुद्दे
से भटक गए है हरम का तात्पर्य मुग़ल काल में एेसे स्थान से था जहाँ पर
सिर्फ मुग़ल बादशाह और उनकी बहुत सारी रखैल या बीबियाँ या फिर जो जीतकर या
उठाकर कन्या को लाया जाता था उनको रखा जाता था बादशाह के अलाव कोई अन्य
मर्द नही रहता था यह कहते है परन्तु बहुत सारे बादशाह अपने मित्रों को भी
साथ रखते थे
यह फ़ोटो हरम के कमरे को दिखाता है जहाँ राजा अपनी रखैलो या बीबियो के साथ अपनी हवस की प्यास बुझाता था
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